“ज़िंदगी” की “तपिश” को “सहन” किजिए “जनाब”, अक्सर वे “पौधे” “मुरझा” जाते हैं, जिनकी “परवरिश” “छाया” में होती हैं।” “कपड़ों की “मैचिंग” बिठाने से, सिर्फ शरीर “सुंदर” दिखेगा। रिश्तों व हालातों से, “मैचिंग” बिठा लीजिये….. पूरा जीवन सुंदर हो जाएगा।” बात कड़वी है पर सच है। लोग कहते है तुम संघर्ष, करो हम तुम्हारे साथ है। यदि लोग सच में साथ होते तो संघर्ष, की जरुरत ही नहीं पड़ती।” ”खुश रहने का मतलब ये नहीं कि सब कुछ ठीक है इसका मतलब ये है कि आपने आपके दुखों से उपर उठकर जीना सीख लिया है।”
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